दुनिया की पहली डिजिटल आजाद गैलरी इलाहाबाद म्यूजियम में बाद बनकर तैयार हो चुकी है। ये देश की आजादी की दास्तान सुनाएगी। इस गैलरी के अंदर जाते ही देश की आजादी के लिए क्रांतिकारियों के संघर्षों को जानने का मौका मिलेगा।
इस गैलरी में उन तमाम विभूतियों के बारे में जानने का मौका मिलेगा जिन्होंने इस देश की आजादी में बलिदान दिया है।
आजाद के लिए बनी इस गैलरी में देश के क्रांतिकारियों और शहीदों की तस्वीरों को लगाया गया है। चंद्रशेखर आजाद की पिस्तौल और आजाद की प्रतिमा इस गैलरी का आकर्षण का केंद्र होगा। पीएम मोदी इस आजाद गैलरी का लोकार्पण करेंगे। इसके लिए इलाहाबाद म्यूजियम की ओर से पीएम मोदी पत्र लिखा है।
इस गैलरी को नेशनल सांइस सेंटर, कोलकाता की निगरानी में तैयार किया गया है। काकोरी रेल की घटना, विदेशी कपड़ों की होली जलाने, जलियावाला बाग कांड आदि घटनाओं को दिखाया गया है।
चंद्रशेखर आजाद की अंतिम दिनों से जुड़ी घटनाओं को भी दिखाया जाएगा
चंद्रशेखर आजाद ने अंतिम सांस प्रयागराज के ही अल्फ्रेड पार्क (अब आजाद पार्क) में ली थी। इस गैलरी में आजाद से जुड़ी उन घटनाओं को भी दिखाया जाएगा जब वह आजाद पार्क में अंग्रेजों का मुकाबला कर रहे थे। दरअसल, भगत सिंह की गिरफ्तारी के बाद उन्हें फांसी देने की तैयारी थी। चंद्रशेखर आजाद जेल तोड़कर भगत सिंह को लेकर भगाने की योजना बना चुके थे।