। जनपद में बीते 11 सितंबर को शहर के रौता चौराहे के निकट हुई लूट की वारदात में घायल अधिवक्ता सुरेंद्र मोहन वर्मा की पत्नी नूतन वर्मा का लखनऊ के मेदांता अस्पताल में सोमवार को निधन हो गया। इस वारदात को कभी अधिवक्ता की गाड़ी चलाने वाले ड्राइवर पर अपने दोस्त के साथ मिलकर अंजाम देने का आरोप है। पुलिस ड्राइवर और उसके दोस्त को 15 सितंबर को ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
कोतवाली में अधिवक्ता सुरेन्द्र मोहन वर्मा निवासी रौता ने तहरीर देकर बताया कि वह पेशे से अधिवक्ता हैं। सुबह करीब 10.30 बजे कचहरी चले जाने के बाद उनकी पत्नी घर पर अकेली थीं। दोपहर करीब दो बजे दिन में दो लड़के मुंह पर कपड़ा बांध कर घर में घुस गए। उनकी पत्नी के पेट में चाकू से वार किया तथा मुंह पे रॉड से मारकर घायल कर दिया तथा कान से बाली व पैर से बिछिया निकालकर पत्नी को बांधकर बाथरुम में बंद कर दिया। इसके बाद घर की आलमारी व बक्से से करीब नगदी व जेवरात लेकर भाग गए। मामले में पुलिस ने उसी दिन दो अज्ञात बदमाशों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।
15 सितंबर को एसपी गोपाल कृष्ण चौधरी की ओर से गठित की गई पुलिस टीम की मेहनत रंग लाई। पुलिस टीम ने वारदात को अंजाम देने के आरोपित रामदेव व उसके साथी को अमहट पुल के पास से गिरफ्तार कर लिया। रामदेव यादव उर्फ प्रिंस पर कोतवाली में हत्या समेत तीन मुकदमे दर्ज हैं। वहीं, राजेश उर्फ राजू पुत्र दुर्गा प्रसाद पुरानी बस्ती थाने का हिस्ट्रीशीटर है। आरोपित रामदेव से जब कड़ाई से पूछा गया कि वह वकील का नाम कैसे जानता है। बताया था कि वह पहले अधिवक्ता की गाड़ी चलाता था। वकील साहब की पत्नी चलने में असमर्थ रहती हैं। वकील साहब सुबह कचहरी चले जाते हैं। शाम को घर आते हैं। इस बात की जानकारी थी। इसलिए मौका देखकर हम लोगों ने इस घटना अंजाम
दिया।