टॉफी खाने के बाद 4 बच्चियों की कौशांबी में अचानक तबीयत बिगड़ गई. उनकी हालत बिगड़ती देखकर परिजनों ने उनको पास के सीएससी इस्माइलपुर में ले जाकर भर्ती कराया. वहां से जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया . जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद तीन बच्चियों को प्रयागराज के लिऐ रेफर कर दिया गया. यहां दो बच्चियों की इलाज के दौरान मौत हो गई.
कड़ा धाम के सौरई बुजुर्ग गांव के रहने वाले राजकुमार मजदूरी कर के अपना परिवार चलाते है. बुधवार रात वह परिवार सहित छत पर सो गया. गुरुवार सुबह जब उसकी बेटी वर्षा की नींद खुली तो उसके बिस्तर पे टॉफी पड़ी थी. टॉफी को उठाकर वर्षा ने खुद खाया और पड़ोस में रहने वाली परिवार की ही आरुषि, शालिनी और साधना को भी खिलाया. टॉफी खाने के थोड़ी देर बाद चारों बच्चियों की तबीयत बिगड़ने लगी. उनके पेट में दर्द के साथ ही उल्टी और दस्त होने लगे. बच्चियों की तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर आनन-फानन में परिजन बच्चियों को लेकर इस्माइलपुर सीएससी पहुंचे और वहां भर्ती कराया. यहां पर प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टर ने उन्हें जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया.
जिला अस्पताल में उपचार के कुछ देर बाद तीन बच्चियों की हालत गंभीर हो गई. इस पर जिला अस्पताल के डॉक्टर ने उन्हें उपचार के लिए चिल्ड्रेन हॉस्पिटल प्रयागराज के लिए रेफर कर दिया. यहां इलाज के लिए ले जाते समय सात वर्षीय साधना नाम की बच्ची की रास्ते में ही मौत हो गई. वहीं, पांच वर्षीय शालिनी नाम की बच्ची की भी इलाज के दौरान मौत हो गई. जहरीली टॉफी खाने की वजह से दो बच्चियों की मौत की जानकारी मिलते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया. पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत जांच शुरू कर दी है।