जनपद के मर्का गांव के लगभग 200 किसान गांव के दबंगों से परेशान होकर सामूहिक रूप से आत्मदाह को विवश हैं। इन किसानों का कहना है कि पिछले 4 दशक से जिस जमीन पर हम काबिज हैं। उससे दबंग हमें बेदखल कर रहे हैं। इसके लिए हमने तहसील से लेकर मुख्यमंत्री के दरबार तक में गुहार लगाई है लेकिन अभी तक कहीं से न्याय नहीं मिला है।
पीड़ित किसानों का कहना है कि गांव की कुछ दबंग लोग हमें हमारी ही जमीन से बेदखल करना चाहते हैं। कुछ किसानों की जमीन पर दबंगों ने कब्जा भी कर लिया है। इस संबंध में हम लोगों ने पहले थाने में शिकायत की फिर तहसील दिवस में भी गुहार लगाई, एसडीएम से मिले लेकिन प्रशासन की तरफ से किसी तरह का न्याय नहीं मिला। तब मजबूर होकर हम किसानों ने मुख्यमंत्री के दरबार में भी दस्तक दी और न्याय की गुहार लगाई। कई महीने इंतजार के बाद भी दबंगों के खिलाफ शासन प्रशासन के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। इन किसानों का कहना है कि अब एक बार फिर हम तहसील बबेरू जाएंगे और एसडीएम के सामने न्याय की गुहार लगाएंगे। अगर हमारी समस्या का समाधान नहीं होगा तो सामूहिक रूप से आत्मदाह कर लेंगे।
इस बारे में ग्राम प्रधान कौशल्या देवी के पति मुलायम सिंह यादव ने बताया कि किसानों की मांग जायज है। यह किसान पिछले 40 वर्षों से जिस जमीन पर काबिज है। उस जमीन से इन्हें बेदखल करके गांव के कुछ दबंग उनकी जमीन हथियाना चाहते हैं। प्रधानपति ने कहा कि इस प्रकरण की जांच होना चाहिए ताकि गरीब किसानों को न्याय मिल सके।