नौकरी से हारकर या फिर नौकरी से पहले ही आप अपने बिजनेस में किस्मत आजमाना चाहते हैं तो डेयरी का व्यवसाय आपके लिए सही साबित हो सकता है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस क्षेत्र में बहुत संभावनाएं हैं और 2026 तक ये इंडस्ट्री 313 अरब डॉलर यानी 26 लाख करोड़ रुपये की हो जाएगी. सरकार ने इसके लिए आर्थिक सहायता मुहैया कराने के लिए फंड भी जारी किया है. अगर आप डेयरी बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो इस लेख को पूरा पढ़ें. यहां आपको इस बिजनेस से जुड़ी पूरी डिटेल मुहैया कराई जा रही है.
डेयरी बिजनेस की शुरु करने से पहले आपको अपने आसपास के इलाके में लोगों की डेयरी की जरूरतों को समझना होगा. अगर आपके इलाके में खुले दूध की बजाय लोग पैकेट बंद दूध लेना ज्यादा पसंद करते हैं तो आप फिर अमूल या मदर डेयरी जैसी कंपनियों से संपर्क कर सकते हैं जो आपसे सारा दूध खरीद लेंगी और उसका अच्छा दाम आपको देंगी. साथ ही आपको यह भी देखना होगा कि किस पशु के दूध की कीमत आपको ज्यादा मिल रही है. जैसे भैंस का दूध गाय के दूध से महंगा बिकता है तो उसमें मुनाफा भी अधिक होने की उम्मीद है.
जमीन व शेड तैयार करना
एक बार उपरोक्त चीजें फाइनल होने के बाद आपको पशु रखने के लिए जमीन और उस पर शेड की जरूरत होगी. पशु जितने अधिक होंगे जगह उतनी ज्यादा लगेगी. इसके साथ ही उन्हें खिलाने और पानी पिलाने के लिए भी व्यवस्था तैयार करनी होगी. आपको वेस्ट मैनेजमेंट का भी इंतजाम करना पड़ेगा. गाय-भैंस के गौबर से तैयार उपलों को बाजार में बेचा जा सकता है.
मिलेगी सरकारी मदद
डेयरी बिजनेस शुरू करने के लिए आपको नाबार्ड से डेयरी एन्ट्रेप्रोन्योरशिप डेवलपमेंट स्कीम के तहत लोन पर सब्सिडी मिल जाएघी. खाताबुक नामक वेबसाइट के अनुसार, आप 7 लाख रूपये तक के लोन पर करीब 33.33 फीसदी की सब्सिडी ले सकते हैं. सरकार की इन्वेस्ट इंडिया वेबसाइट के मुताबिक, डिपार्टमेंट ऑफ एनिमल हस्बेंड्री एंड डेयरिंग के तहत एनिमल हस्बेंड्री, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट फंड तैयार किया गया है. इसके तहत नई डेयरी यूनिट्स की आर्थिक मदद के लिए 15,000 करोड़ रुपये का फंड सेटअप किया गया है. इसके तहत लोन लेने पर नए डेयरी संचालकों को ब्याज पर 3 फीसदी तक की छूट मिलेगी.
कितना आएगा कुल खर्च
भारत में डेयरी फार्म सेटअप करने में करीब 10-20 लाख रुपये का खर्च आ सकता है. हालांकि, ये पूरी तरह आपकी डेयरी के साइज पर निर्भर करेगा कि कितना पैसा लगना है. शुरुआती निवेश के अलावा आपको श्रमिकों की पगार, पशुओं का इंश्योरेंस और मेडिकल फेसिलिटीज आदि चीजों के लिए पैसा खर्च करना होगा.
क्या है भविष्य
इन्वेस्ट इंडिया के अनुसार, अगले 5-6 साल में दूध और उससे जुड़े उत्पादों की एनुअल कंपाउंड ग्रोथ रेट 18 फीसदी रहने का अनुमान है. ये किसी सुरक्षित म्यूचुअल फंड और बैंक एफडी से मिलने वाले रिटर्न से कहीं अधिक है. डेयरी फिलहाल देश की सबसे बड़ी एग्रीकल्चर कमोडिटी है जो अर्थव्यवस्था में करीब 5 फीसदी का योगदान कर रही है.