देश भर में आज की रात आसमान में आतिशबाजी का खुला नजारा देखने को मिलेगा। यह एक खगोलीय घटना है जिसमे हजारों तारे टूटते हुये फुलझड़ी की तरह नज़ारा दिखायेंगे। रात होते ही यह खूबसूरत नजारा शुरू हो जायेगा, लेकिन आधी रात के बाद तो रोशनियों की बारिश होगी।
गोरखपुर नक्षत्रशाला के एपी सिंह ने बताया की पृथ्वी से हमें आसमान में तारे टूटने जैसा कुछ दिखाता है। लेकिन यह उल्का वृष्टि होती है। जो हमें तारे टूटने का एहसास कराती है। उन्होंने बताया की आज रात एक घंटे में 60 से 100 उल्काओं यानी कि टूटते हुए तारा का हम आसमान में एक साथ नजारा देख सकेंगे। पृथ्वी से 100 किलोमीटर ऊपर 60 किमी प्रति सेकेंड की स्पीड से पूंछ वाली चमकती उल्काएं दिखेंगी।
खुली आंखों से देख सकेंगे अदभुत नजारा
उल्का वृष्टि को स्विफ्ट टटल धूमकेतु या इसे 109 पीभी कहा जाता है। अगस्त महीने में होने वाली उल्का वृष्टि को परसीड मेटियर्र शॉवर नाम दिया गया है। क्योंकि, यह आकाश में एक बिंदु से आती हुई दिखाई देती है। जिसे रेडियंट प्वाइंट कहा जाता है। जो कि पर्सीड तारामंडल की तरफ से शुरू होता है। आकाश में यह हर तरफ दिखेगा। इसे देखने के लिए किसी तरह के टेलीस्कोपिक या अन्य किसी भी उपकरण की जरूरत नहीं होगी।