पंडित जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय में 15 दिन पहले एक बीए की छात्रा के साथ कॉलेज कैंपस में छेड़खानी की घटना हुई थी। विरोध करने पर छात्रा और उसकी एक सहेली के साथ मारपीट की गई। इसके बाद पुलिस ने मुख्य आरोपित को कॉलेज कैंपस में ही गिरफ्तार कर लिया था, जबकि उसके साथी भागने में सफल हो गए थे। अब वही, साथी छात्रा के परिवार को मुकदमा वापस न लेने पर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। फायरिंग करके भयभीत कर रहे हैं। इससे छात्रा ने न सिर्फ परीक्षा छोड़ दी बल्कि मकान छोड़कर दूसरे जगह छिपकर रह रही है।
जनपद महोबा की मूल निवासी छात्रा बांदा शहर के जरेली कोठी मोहल्ले में अपने मामा के घर पर रहकर पंडित जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय में पढ़ाई कर रही है। 25 अगस्त को वह अपना प्रवेश पत्र लेने के लिए कॉलेज गई थी। तभी वहां इसी मोहल्ले का शुभम नाम का युवक अपने तीन साथियों के साथ आ धमका और छात्रा का हाथ पकड़ कर कहा कि तुम्हें इतना घमंड हो गया कि तुम मुझसे बात तक नहीं करती हो। छात्रा व उसकी सहेलियों ने जब विरोध किया तो उन लोगों ने मारपीट शुरू कर दी। तब तक वहां पुलिस आ गई और इसमें मुख्य आरोपित शुभम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसके साथी मौके से भाग निकले।
शुक्रवार को छात्रा अपने मामा के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची और उसने इस मामले में सह अभियुक्त मोहन लाल यादव, दादु यादव व कृष्णा यादव की शिकायत करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। छात्रा ने बताया कि यह तीनों लोग भी कॉलेज कैंपस में छेड़खानी व मारपीट में शामिल थे। अपने साथी शुभम की गिरफ्तारी के बाद यह लोग लगातार जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। इनमें से मोहनलाल ने 31 अगस्त को फायरिंग करके मोहल्ले में दहशत फैलाई और कहा कि अगर मुकदमा वापस नहीं लिया तो जान से हाथ धोना पड़ेगा। धमकी देने वाले वीडियो भी हमारे पास हैं। इस संबंध सिविल लाइन पुलिस को सूचना दी गई थी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
आरोप है कि आरोपितों और पुलिस के बीच मिली भगत है। इससे पुलिस उनके खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं कर रही है। छात्रा ने यह भी बताया कि उनकी धमकी के कारण ही हमने मोहल्ले का मकान छोड़ दिया। दूसरी जगह पर छुप कर रहने को मजबूर हैं। इनकी धमकी और आतंक से मैंने अपनी परीक्षा भी छोड़ दी है।