लोकसभा चुनाव से पूर्व कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश का अध्यक्ष बदल दिया। बृजलाल खाबरी को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाकर उनकी जगह पूर्व विधायक अजय राय को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। पूर्व विधायक अजय राय वाराणसी लोक सभा क्षेत्र से दो बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं। इसके पहले वह भाजपा में थे और भाजपा से ही कोलसला क्षेत्र से विधायक रहे हैं।
प्रदेश अध्यक्ष का पत्र पाने के बाद अजय राय ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस का स्थापित करने के लिए जी-जान लगा देंगे। यहां हर कार्यकर्ता को जगाने की जरूरत है। इसके लिए हम सभी पदाधिकारियों के साथ मिलकर काम करेंगे। पार्टी का काम सहभागिता का होता है। हर कार्यकर्ता उसके लिए खुद जागरूक है। आज पार्टी के लिए मेहनत करना चाहता है।
लगाता पांच बार विधायक रह चुके अजय राय ने 1996 में भाजपा ज्वाइन करने के बाद 2007 तक विधायक रहे। 19 अक्टूबर 1969 को वाराणसी में जन्मे अजय राय का बाद में भाजपा आलाकमान से मतभेद हो गया। इसके बाद उन्होंने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया। साल 2009 में उन्होंने मुरली मनोहर जोशी के खिलाफ सांसदी का चुनाव लड़ा और हार गए थे।
इसके बाद यहां भी ज्यादा दिन नहीं रहे और निर्दलीय ही पिंडरा से उप-चुनाव जीतकर विधायक बने। बाद में उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया। अजय राय के बारे में कहा जाता है कि वह अपने बल पर चुनाव जीतते हैं और पार्टी को इसका लाभ होता है। हालांकि पिछले कुछ चुनावों में वह लगातार हार का सामना करते आए हैं। पूर्वांचल के भूमिहार समाज में उनकी अच्छी पैठ मानी जाती है।