खर्राटों के कारण उड़ गई है रातों की नींद ,तो डेली करें ये मुद्रा

यूं तो सोते समय खर्राटे आना आम समस्या है। लेकिन, खर्राटों के कारण दूसरों की नींद खराब होती है और परिवार के सदस्यों को परेशानी झेलनी पड़ती है। इसके अलावा, समस्‍या के कारण कई बार शर्मिंदगी भी झेलनी पड़ती है। ऐसे में लोग खर्राटों से छुटकारा पाने के लिए तरह-तरह के उपायों को आजमाते हैं। लेकिन बहुत ज्‍यादा फर्क दिखाई नहीं देता है।

ऐसे तो सोते समय खर्राटे आना एक आम समस्या है। लेकिन आपके खर्राटे के कारण दूसरों की नींद खराब होती है। इसके साथ ही परिवार के अन्य सदस्यों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। खर्राटे की समस्या होने पर कई बार शर्मिंदगी उठानी पड़ती है। कुछ लोग खर्राटों से निजात पाने के लिए कई तरह के उपाय आजमाते हैं। लेकिन इससे कोई बहुत ज्यादा लाभ देखने को नहीं मिलता है। अगर आप भी इस समस्या से परेशान हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए है। अब आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्‍योंकि लाइफस्‍टाइल में बदलाव के साथ फिटनेस रूटीन में मुद्रा को शामिल करके आप समस्‍या को कंट्रोल कर सकते हैं। आज हम आपको खर्राटों को कंट्रोल करने वाले एक असरदार मुद्रा यानी आदि मुद्रा के बारे में बता रहे हैं।

खर्राटे आने के कारण

नींद की कमी

बढ़ता वजन

थकान

स्मोकिंग

अल्‍कोहल

तनाव

खर्राटे से निजात पाने वाली मुद्रा

खर्राटों की समस्या को कम करने के लिए आदि मुद्रा एक असरदार तकनीक है। इस मुद्रा को कोई भी व्यक्ति कर सतता है। अगर आप अपनी डेली रुटीन में इस मुद्रा को शामिल करते हैं और 10-15 मिनट कर इस मुद्रा को करने के आपको बेहतर रिजल्ट प्राप्त होंगे। इस मुद्रा को करने से बॉडी में ऑक्सीजन का फ्लो अच्छा रहने के साथ ही लंग्स की कार्यक्षमता भी बढ़ती है। इस मुद्रा को डेली रूटीन में शामिल करने से दिमाग शांत होता है और नर्वस सिस्टम अच्छे से काम करता है। इस मुद्रा को करने से खर्राटे से राहत मिलती है।

ऐसे करें आदि मुद्रा

सबसे पहले पीठ को सीधा करके बैठ जाएं। अब अपने अंगूठे को छोटी उंगली के किनारे पर रखें।फिर बाकी उंगलियों को अंगूठे से कवर कर मुट्ठी बनाएं।इसके बाद हाथों को घुटनों या फिर अपनी जांघों पर रखें।फिर आंखें बंद रखें, इस मुद्रा को करने के दौरान सांस लेते और छोड़ते रहें।

 मुद्रा के फायदे

यह मुद्रा कोर्टिसोल के लेवल को कम करने के साथ ही मन को शांत करती हैं।

पेट को स्वस्थ रखने के साथ ही हड्डियों और मसल्स को मजबूती मिलती है।

सांस संबंधी रोगों के निजात मिलने के साथ ही बैड कोलेस्ट्रॉल कम होता है।

यह मुद्रा दिल को हेल्दी रहती है।

लो ब्लड प्रेशर से परेशान लोगों को इस मुद्रा से फायदा मिलती है।

आदि मुद्रा करने से पैंक्रियाज के काम को बेहतर करती है।

इसके साथ ही ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है।