अयोध्या में श्री राम जन्म-भूमि मंदिर जनवरी 2024 से भक्तों के लिए खोल दिया जायेगा, जिससे अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में लाखों की वृद्धि होगी। हमारी यह जिम्मेदारी है कि देश-विदेश से आने वाले सभी श्रद्धालुओं को बेहतर से बेहतर सुविधायें उपलब्ध करायी जायें। यहां आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो, वह यहां से अच्छा अनुभव लेकर जाएं। अधिक से अधिक परियोजनाओं के कार्यों को जनवरी 2024 से पूर्व पूर्ण कराने के प्रयास सुनिश्चित किये जाये। यह बातें शुक्रवार को अयोध्या के विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने अधिकारियों से कही।
मुख्य सचिव ने कहा कि श्रद्धालुओं के ठहरने, परिवहन, पार्किंग, शौचालय, फूडकोर्ट आदि की बेहतर व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए। सुलभ शौचालय के ब्लॉक्स बनवाए जाएं। होटल, रेस्टोरेंट आदि की रैंकिंग की जाए। खराब रैंकिंग वाले प्रतिष्ठानों को अवस्थापना सुविधाओं और सर्विसेज को बेहतर बनाने के लिए कहा जाए। प्रतिष्ठानों के मध्य प्रतिस्पर्धात्मक माहौल बनाने के लिए अच्छा कार्य करने वाले प्रतिष्ठानों को 27 सितम्बर, 2023 को विश्व पर्यटन दिवस पर पुरस्कृत किया जाए। श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए होटल, डारमेट्री, धर्मशाला आदि बढ़ाने के लिए कार्य किया जाए। उपलब्ध होटल की मैपिंग करायी जाए।
उन्होंने मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की टर्मिनल बिल्डिंग का कार्य 30 सितंबर तक पूर्ण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी परियोजनाओं में अयोध्या की ब्राडिंग करते हुये अयोध्या की भावना को विकसित करने पर विशेष बल दिया। उन्होंने अयोध्या में संचालित होने वाली इलेक्ट्रिक बसों पर मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम का फोटोग्राफ, अयोध्या के लोगो की ब्रांडिंग करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी भवनों एवं सरकारी परियोजनाओं में अयोध्या की ब्राडिंग की जाये। शहर के सौन्दर्यीकरण कार्यों में तेजी लायी जाये
मुख्य सचिव ने कहा कि पार्किंग को स्मार्ट पार्किंग बनाया जाए, जिससे लोगों को खाली पार्किंग स्थान की जानकारी ऑनलाइन हो सके। उन्होंने कहा कि अयोध्या में हाईवे पर छह प्रवेश द्वार प्रस्तावित किए गए हैं, इनमें से दो प्रवेश द्वार का कार्य दिसंबर, 2023 तक पूर्ण कराने के प्रयास सुनिश्चित किए जाएं। अयोध्या में टेन्ट सिटी को विकसित करने तथा रामपथ, भक्तिपथ एवं श्री राम जन्म भूमि पथ का फसाड सौंदर्यीकरण की कार्यवाही में तेजी लायी जाये।