गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलापति बनीं प्रो. पूनम टंडन

 

प्रो. प्रतिमा अस्थाना के बाद दूसरी महिला कुलपति बनीं प्रो. पूनम टंडन

.)। लखनऊ विश्वविद्यालय की भौतिक विज्ञान विभाग की अध्यक्ष और अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. पूनम टंडन दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति बनाई गई हैं।

कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने उन्हें कार्यभार ग्रहण करने से तीन वर्ष तक के लिए कुलपति पद की जिम्मेदारी सौंपी हैं। वह वर्तमान कुलपति प्रो. राजेश सिंह से कार्यभार ग्रहण करेंगी। प्रो. राजेश का कार्यकाल चार सितंबर को समाप्त हो रहा है। प्रो. टंडन गोरखपुर विश्वविद्यालय की दूसरी महिला कुलपति होंगी। इससे पहले प्रो. प्रतिमा अस्थाना यहां के कुलपति की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं।

प्रो. पूनम ने अपनी उच्च शिक्षा लखनऊ विश्वविद्यालय में पूरी की और वहीं से उनका शिक्षक के तौर पर करियर आगे बढ़ा। लखनऊ विश्वविद्यालय की बीएससी व एमएससी के टापरों की सूची में शामिल रहीं प्रो. पूनम 1992 में पीएचडी पूरा करने से पहले ही 1991 में बतौर लेक्चरर अपने विश्वविद्यालय में नियुक्त हो गईं। वर्ष 2006 में प्रोफेसर के पद तक पहुंच गई। इनकी 32 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं, जिनमें छह अंतरराष्ट्रीय तो 26 राष्ट्रीय स्तर की हैं। 192 शोधपत्र इंटरनेशनल जर्नल और नौ शोधपत्र नेशनल जर्नल में प्रकाशित हो चुके हैं।

राजभवन की ओर से उन्हें प्रदेश भर के विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में एनआईआरएफ सहित शीर्ष रैंकिंग के लिए तैयार करने के संबंध में उपक्रम की महानिदेशक भी बनाया गया। इंडो जर्मन, इंडो फ्रंच, इंडो रशियन, जर्मनी सहित कई अंतरराष्ट्रीय प्रोजेक्ट पर भी वह काम कर चुकी हैं। ये शिक्षक श्री, यंग साइंटिस्ट अवार्ड, नेचर पब्लिकेशन ग्रुप अवार्ड, वान हंबोल्ट रिसर्च फेलोशिप, यूजीसी रिसर्च अवार्ड जैसे राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित हैं।