राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने प्रतिबंधित नक्सली संगठन को फंडिंग के मामले में मंगलवार को उत्तर प्रदेश के पांच जिलों में आठ स्थानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई वाराणसी, प्रयागराज, आजमगढ़, चंदौली और देवरिया जिलों में एक साथ की गई।
एनआईए ने इस कार्रवाई के बारे में अभी कोई अधिकृत बयान जारी नहीं किया है। सूत्रों ने बताया कि एनआईए ने इस कार्रवाई के बारे में सिर्फ स्थानीय पुलिस को सूचना दी है। एजेंसी ने यह कार्रवाई प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) को फंडिंग के मामले में की है।
इस कार्रवाई के दौरान कई महत्वपूर्ण जानकारियां एवं साक्ष्य मिले हैं। हालांकि इसके संबंध में अभी तक एजेंसी की ओर से कोई भी जानकारी नहीं दी गई है। इस कार्रवाई को पूरी तरह से गोपनीय रखा गया है। एनआईए की कार्रवाई में कोई अड़चन न आए इसलिए आसपास के क्षेत्र को सील करते हुए लोगों के आने-जाने पर भी रोक लगाई गई है। खबर लिखे जाने तक सभी जगहों पर कार्रवाई जारी थी।
सूत्रों ने बताया कि एनआईए ने वाराणसी के बीएचयू की छात्रा एवं भगतसिंह छात्र मोर्चा की सदस्य आकांक्षा से पूछताछ की है। इसके साथ ही महमनपुरी स्थित कार्यालय में आकांक्षा के साथ-साथ सीमा आजाद, विश्वजीत आजाद और एक अन्य सदस्य से एनआईए पूछताछ कर रही है। इसके अलावा एनआईए की टीम देवरिया जिले के उमानगर इलाके में रहने वाले जनवादी क्रांति दल के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. रामनाथ चौहान के घर पर छापेमारी में जुटी है।