भारत के भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने स्वीटजरलैंड के लुसाने में खेली गई डायमंड लीग में एक बार फिर से देश का नाम ऊंचा करते हुए इतिहास रच दिया है। ओलंपिक गेम्स में गोल्ड मेडल हासिल कर इतिहास रचने वाले नीरज चोपड़ा ने लुसाने डायमंड लीग में गोल्ड मेडल जीता है। इस लीग में नीरज का ये चौथा गोल्ड मेडल है।
बता दें कि इससे पहले नीरज चोपड़ा ने दोहा डायमंड लीग में भी गोल्ड मेडल हासिल किया था। वहीं इस मुकाबले में नीरज की शुरुआत कुछ खास नहीं रही थी। उनका पहला थ्रो फाउल रहा था। हालांकि इसके बाद उन्होंने अपने प्रदर्शन में जोरदार बदलाव किया और सीधे गोल्ड मेडल हासिल करने में सफलता पाई।
उन्होंने गोल्ड मेडल हासिल करने के लिए लीग में 87.66 मीटर भाला फेंका और जोरदार वापसी कीष बता दें कि 25 वर्षीय नीरज चोपड़ा लुसाने डायमंड लीग में उतना दमदार प्रदर्शन नहीं कर सके जितना उनसे उम्मीद थी। इस लीग में उन्होंने जैसे ही पहला थ्रो डाला तो हर भारतीय फैंस की सांसे ही अटक गई क्योंकि पहला थ्रो फाउल था। हालांकि इसके बाद उन्होंने 83.51 और 85.04 मीटर का थ्रो किया। इसके बाद उन्होंने चौथा थ्रो फेंका जो उम्मीद के मुताबिक नही रहा और फाउल हो गया। इसके बाद उन्होंने 87.66 का थ्रो डालकर लीग में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
इस खिलाड़ी से मिली टक्कर
एक समय था जब मुकाबले में नीरज के हाथों से गोल्ड मेडल जाता दिख रहा था। टूर्नामेंट में जर्मनी के जूलियन वेबर ने नीरज चोपड़ा को कड़ी टक्कर दी थी। हालांकि वो गोल्ड मेडल नहीं जीत सके और सिल्वर मेडल हासिल करने में सफल रहे। अंतिम थ्रो में उन्होंने 87.03 मीटर का भाला फेंका मगर वो नीरज को मात नहीं दे सके। वहीं ब्रॉन्ज मेडल चेक रिपब्लिक के याकूब वादलेज्चे ने हासिल किया। उन्होंने 86.13 मीटर थ्रो फेंक कर ये उपलब्धि हासिल की। गौरतलब है कि नीरज चोपड़ा ने हाल ही में चोट के बाद वापसी की है, जिसमें उन्होंने गोल्ड मेडल जीतकर शानदार खेल का प्रदर्शन किया है।