चारागाह की ज़मीन पर पर हो रहे अवैध कब्जे को रोकने गए लेखपाल को कब्जेदारों ने बंधक बना लिया। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस गांव पहुंची, तब लेखपाल मुक्त हुआ है। घटना के बाद अधिकारी जेसीबी के साथ पहुंचे और अवैध निर्माण को ढहा दिया। लेखपाल ने गांव के तीन लोगों के विरुद्ध कोतवाली में तहरीर दी है, घटना शनिवार दोपहर की बताई जा रही है।
ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र के जसौली गांव की भूमि संख्या 160 का अधिकांश भाग राजस्व अभिलेखों में चारागाह दर्ज है। आरोप है कि इस भूमि पर गांव के छोटेलाल अवैध रूप से कब्जा करके निर्माण कर रहे थे। इसकी सूचना क्षेत्रीय लेखपाल भाईलाल को मिली तो वह शनिवार को अवैध निर्माण रोकने गए थे।
लेखपाल का कहना है कि जब वह मौके पर पहुंचे और अवैध निर्माण रोकने को कहा तो छोटेलाल, उनका बेटा और उनकी पत्नी उनसे भिड़ गए। लेखपाल को भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए उसकी बाइक को गिरा दिया, तथा कहा कि यदि यहां से गए तो मारकर गिरा दूंगा। उसके बाद लेखपाल डरा सहमा वहीं बंधक बना रहा। इस बीच मौका पाकर उसने बंधक बने होने की सूचना एसडीएम सिद्धार्थ चौधरी को दी। एसडीएम ने तत्काल पुलिस बल गांव भेजा। पुलिस जब गांव पहुंची तो बंधक बनाने वाले भाग गए। उसके बाद पुलिस लेखपाल को लेकर कोतवाली आई। जहां लेखपाल ने तीनों लोगों के विरुद्ध तहरीर दी है।
कोतवाल बालेंदु गौतम ने बताया कि लेखपाल ने गांव के एक ही परिवार के तीन लोगों के विरुद्ध सरकारी कार्य में बाधा, बंधक बनाना, गाली और धमकी देने की तहरीर दी है। जिस पर विधिक कार्रवाई की जा रही है।