मणिपुर में तीन महीने से ज्यादा समय से जारी हिंसा के कारण एक पार्टी ने एन बीरेन सिंह सरकार का साथ छोड़ दिया है. न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, एनडीए की सहयोगी कुकी पीपुल्स अलायंस ने मणिपुर में एन बीरेन सिंह सरकार से समर्थन वापस ले लिया है.
कुकी पीपुल्स एलायंस (केपीए) के पास दो विधायक हैं. पार्टी ने राज्यपाल अनुसुइया उइके को लिखे एक पत्र में समर्थन वापस लेने की घोषणा की. हालांकि इस कदम से सरकार को कोई खतरा होने की संभावना नहीं है.
केपीए प्रमुख टोंगमांग हाओकिप ने पत्र में कहा कि मौजूदा टकराव पर लंबा विचार करने के बाद मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली मणिपुर की मौजूदा सरकार के लिए समर्थन जारी रखने का अब कोई मतलब नहीं है. केपीए मणिपुर सरकार से अपना समर्थन वापस ले रही है. मणिपुर की 60 सदस्यीय विधानसभा में कुकी पीपुल्स एलायंस के दो विधायक हैं- सैकुल से किम्नेओ हाओकिप हैंगशिंग और सिंघाट से चिनलुनथांग.
बीजेपी के पास सबसे ज्यादा 37 सीटें हैं. इसके अलावा पार्टी को पांच एनपीएफ, सात एनपीपी विधायकों और तीन निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है. मणिपुर में कांग्रेस के पास पांच और जेडीयू के पास एक सीट है.