नहाय-खाय के साथ गुरुवार को जितिया व्रत शुरू हो गया है। अश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि से लेकर नवमी तिथि तक महिलाएं जीवित्पुत्रिका का निर्जला व्रत रखकर पूजा करती हैं।शुक्रवार को जितिया का पर्व मनाया जाएगा। जीवित्पुत्रिका व्रत को जिउतिया, जितिया या ज्युतिया व्रत के नाम से भी जाना जाता है। इस व्रत के पुण्य प्रताप से संतान की आयु लंबी होती है। वहीं, जितिया व्रत करने से नवविवाहित महिलाओं को संतान की प्राप्ति होती है।
यह पर्व खास तौर पर बिहार झारखंड समेत उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में मनाया जाता है। मान्यता के मुताबिक इस दिन विधि विधान पूर्वक व्रत रखने से पुत्रों को दीर्घायु का वरदान भी मिलता है। ज्योतिष गणना के मुताबिक इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण भी हो रहा है।