नई दिल्ली। रेल मंत्रालय ने शुक्रवार को घोषणा की कि भारतीय रेलवे ने 2030 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन की उपलब्धि हासिल करने के लिए नवीकरणीय ऊर्जा और ऊर्जा दक्षता पर सहयोग के लिए अमेरिकी संघीय सरकारी एजेंसी के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। भारतीय रेलवे (आईआर) और यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट, इंडिया (यूएसएआईडी/इंडिया) के बीच 14 जून को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए।
समझौता ज्ञापन में नवीकरणीय ऊर्जा और ऊर्जा दक्षता के क्षेत्रों में सहयोग की परिकल्पना की गई है। एमओयू पर भारतीय रेलवे के रेलवे बोर्ड के सदस्य (ट्रैक्शन एंड रोलिंग स्टॉक) नवीन गुलाटी और यूएसएआईडी के उप प्रशासक इसाबेल कोलमैन ने रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं सीईओ अनिल कुमार लाहोटी की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए।
एमओयू के माध्यम से भारतीय रेलवे को तकनीकी सहायता एवं समर्थन प्रदान किया जाएगा। एमओयू में मुख्य रूप से भारतीय रेलवे के लिए स्वच्छ ऊर्जा सहित दीर्घकालिक ऊर्जा योजना, भारतीय रेलवे के भवनों के लिए एक दक्ष ऊर्जा नीति और कार्य योजना का विकास, भारतीय रेलवे के नेट शून्य दृष्टिकोण को प्राप्त करने के लिए स्वच्छ ऊर्जा की खरीद योजना, नियामक और कार्यान्वयन बाधाओं को दूर करने के लिए तकनीकी सहायता व्यवस्था अनुकूल, बड़े पैमाने पर नवीकरणीय खरीद के लिए समर्थन के लिए बोली लगाने की प्रक्रिया की योजना और प्रबंधन, ई-मोबिलिटी को बढ़ावा देने में भारतीय रेलवे का समर्थन करना, क्षेत्रीय दौरों और अध्यन दौरों (घरेलू और अंतरराष्ट्रीय सहित) चिह्नित क्षेत्रों में संयुक्त रूप से कार्यक्रमों, सम्मेलनों और दक्षता उन्नयन कार्यक्रमों की मेजबानी करना आदि क्षेत्रों को शामिल किया गया है लेकिन यह इन्हीं तक सीमित नहीं है।
वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, यूएसएआईडी के साथ सहयोग से भारतीय रेलवे को 2030 तक शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन हासिल करने में काफी मदद मिलेगी।