झोपड़पट्टी में रहने वाले परिवारों को अब फ्लैट में रहने का सपना शीघ्र साकार होने जा रहा है। अब मलिन बस्तियों की झुग्गी झोपड़ी में रहने वालों के लिए उसी मलिन बस्ती में फ्लैट बनाने की तैयारी में जोर-शोर से लग गयी है। खास बात यह है कि इसके बदले सरकार उनसे कोई रुपये नहीं लेगी, बल्कि इससे मलिन बस्ती में रहने वालों की हालत में सुधार होगा।
यह जानकारी डूडा की परियोजना अधिकारी वर्तिका सिंह ने देते हुए बताया कि इस योजना का लाभ पहले चरण में पायलट प्रोजेक्ट के तहत प्रदेश के नगर निगम वाले शहरों में मिलेगा। इसकी जिम्मेदारी नगर निगम और डूडा को दी गई है। इन विभाग की ओर से फ्लैट बनाने के लिए जमीन की तलाश शहरी क्षेत्र में व्यापक स्तर पर की जा रही है। उन्होंने बताया कि फ्लैट उसी जमीन पर बनाया जाएगा जो सरकार के अधीन होगी और वहां पहले से ही लोग झोपड़ी में रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि मलिन बस्तियों को चिन्हित करने के लिए हमारी टीमें लगी हैं।
दरअसल, सरकार फ्लैट बनाने का यह कार्य प्राइवेट एजेंसियों के जरिए कराएगी। फ्लैट बनाने के बाद पहले उन लोगों को उसमें शिफ्ट किया जाएगा जो उस मलिन बस्ती में रहते हैं। इसके बाद एजेंसी उसे बाहरी लोगों को निर्धारित कीमत पर बेचेगी। उन्होंने बताया कि सरकार कार्य कराने वाली एजेंसी को जमीन मुफ्त में देगी जिसके बदले एजेंसी वहां पर बिल्डिंग बनाकर झोपड़ी में रहने वालों को फ्री में फ्लैट देगी और बाहरी लोगों से रुपये लेकर उसे बेचेगी। परियोजना निदेशक ने बताया कि जितने दिन तक भवन निर्माण होगा उतने दिन उस मलिन बस्ती के लोगों को कहीं और रहना होगा और उसका किराया सरकार देगी।