प्रयागराज पुलिस ने स्कूल की लड़कियो को सुरक्षा देने और शोहदों से उनको बचाने के लिए एक नई योजना बनाई है प्रयागराज की नवनियुक्त अपर पुलिस आयुक्त श्रद्धा पांडे ने कई दिनों की जांच पड़ताल के बाद ये पता लगाया की अधिकतर शोहदों से परेशान कालेज की लड़कियां अपनी परेशानी लोक लाज के डर से न तो स्कूल में बता पाती है और न ही घर में । लड़कियों की इन समस्याओं के मद्दे नज़र आईपीएस श्रद्धा नरेंद्र पांडेय ने शहर के तमाम लड़कियों के कॉलेज के अंदर एक शिकायत पेटिका लगवाने जा रहीं है इस शिकायत पेटिका का एक्ससेज़ सिर्फ पुलिस के पास ही रहेगा हर दूसरे दिन पुलिस स्कूल के बाहर जाकर पेटिका चेक करके उसमें पड़ी शिकायत लेकर उस पर कार्यवाही करेगी खास बात ये है की छात्राओं की ये शिकायत गुप्त रखी जाएगी इससे फायदा ये होगा की अगर स्कूल में किसी बच्चियों के साथ स्कूल का कोई कर्मचारी गलत हरकत भी करता है तो बच्चियां उस पेटिका में अपनी शिकायत भी दे सकती है।और पुलिस समय रहते उस पर एक्शन लेगी ।
सेफ सिटी के तहत प्रयागराज पुलिस कई योजनाओं पर काम कर रही है इसी के तहत अपर पुलिस आयुक्त श्रद्धा पांडे और उनकी टीम ने डायल 112 पर आने वाली कॉल की समीक्षा की और उन इलाकों का दौरा किया जहां से सबसे ज़्यादा शिकायते आई है। सिविल ड्रेस में महिला पुलिस कर्मियों ने इन जगहों पर जाकर पीड़ित महिलाओं व युवतियों से बात की और उन सबको अपने अधिकारों और महिला सुरक्षा के बारे में जागरूक किया। इसी तरह प्रयागराज के कमिश्नर रमित शर्मा ने सेफ सिटी के तहत अपराध रोकने के लिए ऑपरेशन दृष्टि भी शुरू किया है जिसके तहत पुलिस उन जगहों को चिन्हित कर रही है जहां सबसे ज़्यादा क्राइम होते रहे है पुलिस उन सड़को और गलियों और दुकान के बाहर घूमने वाला CCTV कैमरा लगवा रही है ,इसके पीछे कारण है की कैमरे की नज़र होने पर कोई भी बदमाश वारदात करने से पहले 10 बार सोचेगा। और अगर कोई वारदात हुई भी तो उसकी सीधी वीडियो पुलिस कंट्रोल रूम में दिखेगी जिस पर पुलिस पल भर में ही एक्शन मोड़ आ जायेगी।