–लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में मंत्री सुरेश खन्ना, एके. शर्मा, राकेश सचान समेत अन्य लोग रहे मौजूद
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को यहां लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान 39 डिप्टी कलेक्टर और 93 पुलिस उपाधीक्षकों समेत 700 अधिकारियों को नियुक्ति पत्र वितरित किया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मुझे खुशी है कि 21वां नियुक्ति वितरण समारोह हो रहा है। मात्र 10 माह के भीतर परीक्षा परिणाम देकर नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है। नवनियुक्त अधिकारियों से कहा कि आपके सामने अपनी योग्यता, क्षमता को दिखाने को लंबा समय है। अब आपको डिप्टी कलेक्टर के रूप में व्यावहारिक जीवन का सामना करना पड़ेगा। अहंकार से मुक्त होकर कार्य करना होगा।
अपने को बड़ा अधिकारी समझ कर सबसे अलग रहने से कोई बड़ा नहीं हो जाता। याद रखना, यह भारत है। यहां जनता ही जनार्दन होती है। मुख्यमंत्री ने सिकंदर की कहानी सुनाते हुए कहा कि हमें खुद को सर्वशक्तिमान घोषित नहीं करना है। कई अधिकारी इसी भ्रम के साथ रहते हैं। सरकार को अंत में उन्हें नौकरी से बाहर करना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि इस भर्ती प्रक्रिया में कोई विशेष क्षेत्र, जाति, धर्म नहीं दिखता है। आपको कहीं भी सिफारिश नहीं करानी पड़ी। आपके अभिभावकों को भी कहीं भटकना नहीं पड़ा। आप लोग नौकरी में आए हैं। केवल मीटिंग न कीजिए। परिणाम तक पहुंचिए। निर्णय लीजिए। जो अधिकारी बढ़िया काम करते हैं, उन्हें जनता याद रखती है। आम जन के काम के लिए आपसे किसी की सिफारिश की जरूरत न पड़े। उसका तत्काल काम होना चाहिए। 25 करोड़ प्रदेश की जनता के लिए काम कीजिए।
वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि 2017 के पहले उप्र की जो व्यवस्था लगातार नीचे जा रही थी, योगी आदित्यनाथ के आने के बाद वह निरंतर ऊपर उठ रही है। पहले भर्तियां लटकी रहती थीं। आज प्रतियोगी परीक्षाओं के लगातार परिणाम आ रहे हैं। युवाओं को नियुक्त पत्र बांटे जा रहे हैं। चयनित अभ्यर्थियों से पूरी लगन के साथ कार्य करने की अपील की। खन्ना ने कहा कि हर व्यक्ति अपना चरित्र प्रमाण पत्र खुद लिखता था। आप बेहतर करेंगे लोग याद करेंगे। पीठ पीछे भी तारीफ करेंगे।