छात्र को छात्रों से पिटवाने वाली शिक्षिका पर मुकदमा दर्ज

 मंसूरपुर थाना क्षेत्र के खुब्बापुर गांव के स्कूल में शिक्षिका द्वारा  के छात्र को उसके सहपाठियों से पिटवाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। पुलिस ने आरोपित शिक्षिका के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। विपक्षी दलों ने शनिवार को छात्र के परिजनों से मुलाकात की, जबकि केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान ने इस घटना को सांप्रदायिक रूप देने की कड़ी निंदा की। आरोपित शिक्षिका ने वीडियो के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है।

खुब्बापुर गांव के नेहा पब्लिक स्कूल में शिक्षिका तृप्ता त्यागी द्वारा यूकेजी के छात्र की पढ़ाई नहीं करने पर उसके सहपाठियों से पिटाई कराई गई थी। स्कूल पहुंचे नदीम ने इसका वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया। पीड़ित छात्र के मुस्लिम समुदाय का होने के कारण यह मामला तूल पकड़ गया और राष्ट्रीय स्तर पर वायरल हो गया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, असदुद्दीन ओवैसी समेत कई नेताओं ने इस पर टिप्पणी की। मामले के तूल पकड़ने के बाद आरोपित शिक्षिका के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।

जिला प्रशासन के निर्देश पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों की टीम गांव में पहुंची और जांच-पड़ताल शुरू की। जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी ने आरोपित के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शुभम शुक्ला का कहना है कि इस वीडियो की जांच कराई जा रही है।

शिक्षिका तृप्ता त्यागी का कहना है कि इस वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है। वह खुद दिव्यांग है। उन्होंने कहा था कि मुस्लिम महिलाएं बच्चों को लेकर अपने मायके चली जाती हैं, जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित होती है। छात्र के परिजनों ने खुद उसे टाइट करने के लिए कहा था। उन्हें बच्चों से छात्र की पिटाई नहीं करवानी चाहिए थी। खुब्बापुर के ग्राम प्रधान मनोज कुमार का कहना है कि शिक्षिका दिव्यांग है। जो बच्चों से पहाड़े सुनने के समय खड़ी नहीं हो पाई थी और उसने दूसरे बच्चे से पीड़ित बच्चे को चांटे लगवा दिए। बच्चे के परिवार के ही सदस्य ने यह वीडियो बनाई है। जिसका कुछ भाग काट दिया गया है। पूर्व ग्राम प्रधान दुष्यंत त्यागी का कहना है कि शिक्षिका की कोई गलत भावना नहीं थी। शिक्षिका बच्चों के सुधार के लिए ही कार्य कर रही थी। उस समय बच्चे का परिजन भी वहां मौजूद था।

विपक्षी दलों का लगा गांव में जमावड़ा

खुब्बापुर गांव में शनिवार को कांग्रेस, सपा, रालोद, आजाद समाज पार्टी सहित सभी विपक्षी दलों के नेताओं ने डेरा डाल दिया। उन्होंने छात्र के परिजनों से बातचीत की। सपा राष्ट्रीय महासचिव हरेंद्र मलिक, सपा जिलाध्यक्ष जिया चौधरी, राकेश शर्मा, रालोद के मीरापुर विधायक चंदन चौहान गांव पहुंचे। चंदन चौहान ने बच्चे के परिजनों से रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी की बात कराई।

केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. संजीव बालियान का कहना है कि इस मामले को राजनैतिक फायदे के लिए सांप्रदायिक आधार पर तूल दिया जा रहा है। यह गांव का मामला है और यहां के लोग मिल-बैठकर सुलझा सकते हैं। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष देवव्रत त्यागी का कहना है कि उस विद्यालय में अध्यापिका और विद्यार्थियों के बीच में कोई किसी प्रकार का विवाद नहीं है। दिव्यांग शिक्षिका का मानसिक शोषण करने का प्रयास किया जा रहा है। विपक्षी दल क्षेत्र का माहौल खराब करना चाहते हैं।
त्यागी सभा मुज़फ्फरनगर के अध्यक्ष हरिओम त्यागी का कहना है कि खुब्बापुर का यह इतना बड़ा मसला नहीं है। इसे उठाकर कुछ राजनीतिक पार्टियां तूल दे रही हैं। वोटों की राजनीति ने समाज को पता नहीं, कहां धकेल दिया है। यह यह गलत बात है।