वाशिंगटन, 23 जून (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को व्हाइट हाउस में भारत और अमेरिका के शीर्ष कार्यपालक अधिकारियों से भेंट के दौरान कहा कि अमेरिकी प्रौद्योगिकी और भारतीय प्रतिभा का साथ आना उज्ज्वल भविष्य की गारंटी है।
व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति जो. बाइडन के साथ ‘टेक्नोलॉजी हैंडशेक’ कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘यह सुबह कुछ ही मित्रों के साथ शुरू हुई है लेकिन यह उज्ज्वल भविष्य की गारंटी लेकर आई है।’’
समारोह में अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन की उपस्थिति पर आभार प्रकट करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘यह राष्ट्रपति बाइडन की दृष्टि और उनकी ताकत तथा भारत की आकांक्षाओं एवं संभावनाओं को लेकर आगे बढ़ने का बड़ा अवसर है।’’
मोदी ने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि राष्ट्रपति बाइडन के नेतृत्व में प्रौद्योगिकी के महत्व को समझते हुए अमेरिका ने इस क्षेत्र में प्रगति की है, …वहीं, भारत का युवा आज विश्व में अपनी पहचान बना रहा है। ऐसे में भारतीय प्रतिभा और अमेरिकी प्रौद्योगिकी का यह मिलन एक उज्ज्वल भविष्य के लिए गारंटी लेकर आया है।’’
उन्होंने इस घटनाक्रम को ‘‘होनहार, शानदार और धारदार’’ बताया।
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों के संदर्भ में उन्होंने कहा कि ये सभी कृषि से लेकर अंतरिक्ष- विविध क्षेत्रों से आए हैं और इनमें से कुछ लोग काफी स्थापित कंपनियों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं जबकि कुछ के स्टार्टअप हैं।
बैठक में माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला, एपल के सीईओ टिम कुक, गूगल के सीईओ सुंदर पिचई, ओपेन एआई के सीईओ सैम एल्टमैन, एएमडी के सीईओ लिसा सू, नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स सहित अमेरिकी प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
वहीं, इस बैठक में रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी, महिन्द्रा ग्रुप के अध्यक्ष आनंद महिन्द्रा, जीरोधा और ट्रू बिकॉन के संस्थापक निखिल कामत आदि ने हिस्सा लिया।
इस दौरान, अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने कहा कि उनका गठजोड़ दोनों देशों के बच्चों के लिए खुला, अधिक सुरक्षित और समृद्ध भविष्य सुनिश्चित करेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा सहयोग न केवल हमारे लोगों के लिए है, बल्कि पूरी दुनिया के लिए है क्योंकि हमारा गठजोड़ अगले किसी सौदे से कहीं आगे है।’’
बाइडन ने कहा, ‘‘यह जलवायु परिवर्तन से निपटने, ब्रह्मांड की खोज करने, लोगों को गरीबी से बाहर निकालने, महामारी को रोकने, हमारे नागरिकों को अवसर प्रदान करने से जुड़ा है।’’
बहरहाल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिका यात्रा को भारतीय अधिकारियों ने ऐतिहासिक और मील का पत्थर करार दिया है।