वायुसेना अपने प्रदर्शन की तैयारी में संगम पर जुटा, चप्पे-चप्पे पर नजर

भारतीय वायुसेना दिवस का एयर शो छह से आठ अक्टूबर तक संगम पर होगा। एशिया के सबसे बड़े एयर शो के लिए रिहर्सल एक अक्टूबर से आरम्भ हो जाएगा। इसके लिए संगम से लगे किले के पास सेना ने नियंत्रण कक्ष स्थापित कर लिया है। यहां से सेटेलाइट के जरिए अब जल, थल और नभ तक की हर गतिविधि पर नजर रखी जाने लगी है।

इसमें वायु सेना के दो प्रशिक्षित अभियंताओं के साथ आईटी एक्सपर्ट की तैनाती कर दी गई है। वायु सेना संगमनगरी में अपने रोमांचक एरोबेटिक प्रदर्शनों के साथ लोगों का स्वागत करने के लिए तैयार है। इसके लिए एयरफोर्स की सूर्य किरण और सारंग टीमों का रिहर्सल एक अक्टूबर से शुरू हो जाएगा। बताया जाता है कि यह रिहर्सल बमरौली एयरपोर्ट से आरम्भ होगा।

 

सूत्रो के अनुसार पहली बार एचएलएफटी-42 को इस एयर शो में शामिल किया जाएगा। यह आधुनिक विमान मौजूदा दौर के युद्ध के लिए बेहद उपयोगी और कामयाब है। यह युद्धक विमान इलेक्ट्रानिक और इंफ्रारेड खोजी वायरलेस सिस्टम से लैस है। इस शो में हिन्दुस्तान एरोनाटिक्स लिमिटेड का सुपरसोनिक युद्धक प्रशिक्षण विमान व स्वदेशी तकनीक वाले लड़ाकू विमान भी अपना शौर्य दिखाएंगे।

इसके अतिरिक्त स्वदेशी को बढ़ावा देने के लिए हेलिकॉप्टरों के जरिए आत्मनिर्भर विन्यास का प्रदर्शन होगा। इसमें अत्याधुनिक हल्के हेलिकॉप्टर प्रचंड के अलावा स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान तेजस, एचटीटी-40, डार्नियर लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर भी करतब दिखाएंगे। इसके अलावा लड़ाकू विमान राफेल, सुखोई, मिग, मिराज के प्रदर्शन से भी लोग रोमांचित होंगे।