जनपद उन्नाव के हसनगंज कोतवाली क्षेत्र में लकड़ी व्यापारी के मुनीम से चलती कार में मारपीटकर 15 लाख रुपये की लूट की घटना हो गई। इस वारदात को लेकर काकोरी और हसनगंज थाना की पुलिस सीमा विवाद में उलझ गई। वरिष्ठ अधिकारियों के पहुंचने पर मामला उन्नाव जनपद का है। मामले की जांच पुलिस की टीमें लगी हुई है।
बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र का रहने वाला सैफी लकड़ी का कारोबारी है। उनका मुनीम शोमित मिश्रा अपने साथी सुधीर मंगलवार शाम लखनऊ के आशियाना में रहने वाले परचित से 15 लाख रुपये लेकर वापस लौट रहे थे। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर पहुंचते ही दोनों ने कार सवार युवक से लिफ्ट लिया। कुछ दूर और चलने पर कार चालक ने दो और युवकों को अपने साथ बैठा लिया। हसनगंज के बाराती खेड़ा गांव के पास पहुंचे थे कि कार में सवार चालक और दो अन्य युवकों ने शोभित और सुधीर के गले में गमछा डालकर गला कसकर कट्टे की बट से वार कर घायल कर दिया। चलती कार में उनसे 15 लाख रुपये लूटकर बदमाश फरार हो गए है। दोनो लहूलुहान हालत में कुछ देर बाद किसी दूसरे वाहन से सवार होकर बांगरमऊ पहुंच घटना की जानकारी लकड़ी मालिक को दी।
लूट की सूचना पर काकोरी इंस्पेक्टर प्रवीण सिंह और हसनगंज थाना के प्रभारी निरीक्षक पहुंच गए है। लूट की इस बड़ी घटना को लेकर दोनों थाना प्रभारी सीमा विवाद में उलझ गए। दोनों में काफी गहमा-गहमी हुई। मामले की जानकारी होते हुए उन्नाव के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ शंकर मीणा, अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह, क्षेत्राधिकारी बांगरमऊ विजय आनंद, सीओ हसनगंज संतोष सिंह, औरास विनोद कुमार मिश्रा पहुंच गए। इसके बाद पूरा मामला उन्नाव जिले के हसनगंज थाना क्षेत्र में आया और पुलिस जांच में जुट गई। टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी कैमरा को देखा है और गहनता से जांच पड़ताल की है। स्वाट प्रभारी डीपी तिवारी को भी घटना का अनावरण करने के लिए लगाया। फिलहाल पुलिस ने अभी मामले में कोई मुकदमा नहीं दर्ज किया है।
उन्नाव एसपी सिद्धार्थ शंकर मीणा ने बताया कि मुनीम के लूटे गए मोबाइल को सर्विलांस पर लगाया तो उसकी लोकेशन हसनगंज कोतवाली क्षेत्र के बड़ा देवगांव के पास मिली है। टीमें लगी है, जल्द ही गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, अभी तक की जांच में मामला पूरी तरह से संदिग्ध प्रतीत हो रहा है।