यूपी एसटीएफ और मिलिट्री इंटेलीजेंस की सयुंक्त कार्रवाई के दौरान एक जालसाज को गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्त ने वायु सेना के फाइटर लैफ्टिनेंट की वर्दी धारण कर सैकड़ों बेरोजगार युवकों को सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी की है।
एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक अमित कुमार नागर ने शनिवार को बताया कि पकड़ा गया अभियुक्त की पहचान जनपद कुशीनगर के सरगटिया निवासी उत्कर्ष पाण्डेय के रूप में हुआ है। उसके पास से ज्वाइनिंग, प्रमोशन, कॉल लेटर सहित सेना की वर्दी और अन्य चीजें बरामद हुई है।
श्री नागर ने बताया कि काफी दिनों से राजधानी लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर आदि जिलों में भारतीय वायु सेना में भर्ती करने के नाम पर ठगी कर बड़ी मात्रा में धनार्जन करने की सूचनाएं मिल रही थी। ऐसे गिरोह को पकड़ने के लिए एसटीएफ और मिलिट्री इंटेलिजेंस टीम सक्रिय हुई और एक सूचना के आधार पर उत्कर्ष पाण्डेय को गिरफ्तार कर लिया है।
गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ करने पर बताया कि उसने वर्ष 2020 में भारतीय सेना की एक्स, वाई ग्रुप व एनडीए की परीक्षा दी थी, जिसमें उसके ही गांव के प्रवीन तिवारी का एक्स ग्रुप (टेक्निकल) में सेलेक्शन हो गया, जबकि वह फेल हो गया था।
गांववालों और घर के लोगों के बीच की शर्मिन्दगी से बचने के लिये उसने सभी से झूठ बोल दिया कि उसका भी सेलेक्शन हो गया है। इसके बाद वह कुछ न कुछ झूठ बोलकर अपने परिवार वालों को गुमराह करता रहा कि उसकी ट्रेनिंग तेलंगाना में चल रही है, परन्तु कोरोना के कारण रोक दी गयी है। इसके पश्चात वर्ष 2021 वह लखनऊ में एक किराये के मकान में रहने लगा व अपने स्थानीय सम्पर्कों के साथ स्पाइसी स्वैगर्स नामक फूडशाप खोलकर काम करता रहा। इसी दौरान उसने गोरखपुर से भारतीय वायुसेना की वर्दी सिलवाई। चारबाग रेलवे स्टेशन के पास वर्दी की दुकानों पर मैडल एवं रिबन खरीद कर वर्दी में लगाया। कुशीनगर के कसया बाजार स्थित जनसेवा केन्द्र से उसने सेना के आईडी कार्ड बनवा लिया।
यह सब करने के बाद उसने लोगों को विश्वास में लेकर लोगों को नौकरी दिलवाने के नाम पर लोगों से ठगी करता था। उसने वर्दी पहनकर कई नेताओं, प्रशासनिक अधिकारियों से मिला और फोटो भी खिंचवाई। फोटो को सोशल मीडिया में भेजता था ताकि लोग उस पर विश्वास करें। उसने ज्यादातर कुशीनगर के बेरोजगार युवकों को नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगा है। यहां पर ठगी करने के बाद अब वो दिल्ली जाने की फिराक में था, तभी एसटीएफ और आर्मी इंटेलिजेंस टीम के हत्थे चढ़ गया। एसटीएफ ने आरोपित के खिलाफ चिनहट थाना पुलिस के सुपुर्द कर मुकदमा दर्ज करवाया है। अग्रिम वैधानिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।