अगर आप अपने बच्चे को चोरी करते हुए पकड़ लेते हैं, तो उस पर चिल्लाएं या मारे नहीं। शांत रहकर उसे एहसास दिलाएं कि वो जो कर रहा है, वो गलत है। माफी मांगने के लिए उससे जबरदस्ती न करें। जबरदस्ती माफी मंगवाने से कुछ हासिल नहीं होगा
बच्चे को चोरी की आदत लग गई है, यह एक गंभीर समस्या है जिसका समाधान तत्काल किया जाना चाहिए। अपने बच्चे को शर्मिंदा होने की बजाय समझाएं और उन्हें सही रास्ते पर लाने के लिए प्रेरित करें। इसके लिए आप निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं:
सही मार्गदर्शन: उन्हें सही और गलत के बीच अंतर बताने के लिए समय निकालें और उन्हें अपनी गलतियों से सिखाएं।
संवेदनशीलता का समर्थन: अपने बच्चे को संवेदनशीलता के महत्व को समझाएं और उन्हें दूसरों के भावनाओं का ध्यान रखने की प्रेरणा दें।
सकारात्मक प्रतिक्रिया: उनकी सकारात्मक कृतियों की प्रशंसा करें और उन्हें स्वयं के विकास में सहायता करने के लिए प्रोत्साहित करें।
संगठित रूप से समय व्यवस्था करें: बच्चे के लिए एक अनुकूल दिनचर्या तैयार करें जो उन्हें शिक्षा, खेल-कूद और मनोरंजन का सही संतुलन प्रदान करती है।
समझौते पर ध्यान दें: बच्चे को विभिन्न विषयों में समझौता करने के लिए प्रोत्साहित करें और उन्हें उच्च मानकों की प्राप्ति के लिए प्रेरित करें।
संवेदनशीलता और प्रेरणा: बच्चे को समझाएं कि चोरी करना गलत है और इससे दूसरों को कितना नुकसान होता है। उन्हें सच्चे और अच्छे व्यक्तियों के प्रेरणादायक किस्से सुनाएं।
नैतिक मूल्यों का प्रचार-प्रसार: बच्चों को नैतिक मूल्यों के बारे में सिखाएं और उन्हें सही और गलत के बीच अंतर का अंदाज़ा कराएं।
संयंत्रण बनाएं: बच्चे को विशेष रूप से तौर पर उस समय ज़रूरतें बताएं जब उन्हें चोरी करने की इच्छा होती है।
नज़रअंदाज़ न करें: बच्चे को उनकी हरकतों पर नज़र रखें और अगर कोई गलती करे तो उसे प्रोत्साहित न करें।
साथियों का चयन: बच्चे को सही संगत के साथ मिलवट करने के लिए प्रेरित करें, जिनके साथ उन्हें सकारात्मक रूप से रहना चाहिए।
प्रतिक्रिया प्रबंधन: बच्चे को उनकी सभी उत्तरदायित्वों को समझाएं और उन्हें चोरी करने की बजाय उचित कार्यों के लिए प्रतिबद्ध करें।
समय का व्यवस्थापन: बच्चे को समय का सही व्यवस्थापन सिखाएं, जिससे उनकी मनोरंजन और सीखने की इच्छा पूरी हो सके।
अनुशासन और समर्थन: अनुशासन बनाए रखें लेकिन साथ ही उन्हें समर्थन और प्यार भी दें।
आदर्श स्थिति के प्रति उनके मन को खोलें: बच्चों को आदर्श स्थिति में पूर्णता का अनुभव कराएं और उन्हें ऐसी स्थितियों के लिए प्रोत्साहित करें जो उनकी रुचि के अनुसार हों।
अपना उदाहरण प्रदान करें: बच्चों को उच्च आदर्शों के साथ जीने का मार्गदर्शन करने के लिए आप खुद एक अच्छा उदाहरण प्रदान कर सकते हैं।
यदि आप इन उपायों का पालन करते हैं, तो आप अपने बच्चे को चोरी की आदत से दूर रखने में सफल हो सकते हैं। धैर्य और स्नेह से उन्हें सही रास्ते पर लाने के लिए प्रेरित करें।