अभ हाल में नियुक्ति की 220 ANM की गई है। इसमें एक उपकेंद्र पर 2-2 एएनएम को तैनात कर बड़े पैमाने पर खेल किए जाने का मामला सामने आया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व बाबू की मिलीभगत से एएनएम को मनचाहा उपकेंद्र मैं तैनात कर दिया गया। इसका परिणाम यह हुआ कि कई ब्लॉकों में जरूरत से बहुत ज्यादा एएनएम को कर दिया गया है जबकि सरकार द्वारा चिह्नित आकांक्षी ब्लॉक मांडा,कोरांव और बहरिया के 22 सेंटरों पर एएनएम की तैनाती नहीं की गई। सरकार का सख्त आदेश है कि चिह्नित आकांक्षी ब्लॉकों में मानव संसाधन समेत सभी इंडीकेटर आदि पूर्ण होने चाहिए। बता दें कि सरकार ने प्रदेश के 100 ब्लॉकों को आकांक्षी ब्लॉक घोषित किया है जो पिछड़े हुए हैं, जिसमें प्रयागराज के उक्त तीन ब्लॉक शामिल हैं।
सुत्रो की माने तो तैनाती में पैसे लेकर तैनाती कर दी जाती है
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशु पांडेय ने बताया कि इसकी जानकारी मिली है, कहीं बहुत ज्यादा एएनएम तो कहीं कम हैं। इसकी पूरी रिपोर्ट मांगी गई है।