गोरखपुर से लखनऊ जा रही वंदे भारत ट्रेन पर पत्थरबाजी, कई खिड़कियों के शीशे टूटे

वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव की एक और घटना सामने आई है। जानकारी के मुताबिक मंगलवार को उत्तर प्रदेश में अज्ञात बदमाशों ने गोरखपुर-लखनऊ सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन को निशाना बनाया। गोरखपुर-लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस शनिवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन चलती है, जिसमें 550 से कुछ अधिक यात्री आते हैं। खबरों के मुताबिक, पथराव के कारण कोच संख्या सी1, सी3 और एक्जीक्यूटिव कोच की चार खिड़कियों के शीशे टूट गये हैं। फिलहाल किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

पिछले दिनों अलग-अलग मार्गों पर कम से कम सात ऐसी पथराव की घटनाएं सामने आई हैं। हाल ही में 5 जुलाई को कर्नाटक के चिक्कमगलरू जिले में कदुर-बिरूर सेक्शन के बीच बेंगलुरु-धारवाड़ वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव किया गया था। पत्थर सी5 कोच की सीट नंबर 43 और 44 और ईसी-1 कोच के शौचालय के शीशों पर लगे। घटना के कारण बाहरी शीशा क्षतिग्रस्त हो गया। हालांकि, कोई घायल नहीं हुआ। रेलवे के अधिकारियों के अनुसार, घटना सुबह करीब आठ बजकर 40 मिनट की है और उस समय ट्रेन कादुर-बिरूर सेक्शन से ‘केएम 207/500’ से गुजर रही थी।

7 जुलाई को ही प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने गोरखपुर रेलवे स्टेशन से गोरखपुर-लखनऊ वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। यह ट्रेन आयोध्या होते हुए चलाई जा रही है। मोदी ने कहा कि वंदे भारत ट्रेन ने देश के मध्यम वर्ग को सुविधाओं और सहूलियतों के लिए नई उड़ान दी है। आज देश के कोने कोने के नेता पत्र लिखते हैं कि हमारे क्षेत्र से भी वंदे भारत ट्रेन चलाइये। यह ट्रेन नौ जुलाई से नियमित रूप से गोरखपुर और लखनऊ के बीच चल रही है। इसमें सात चेयर-कार और एक एग्जीक्यूटिव-कार सहित आठ कोच हैं और कुल 556 लोग इसमें यात्रा कर सकते हैं।