आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने निकिता सिंह की वाराणसी में महिला थानाध्यक्ष पद पर तैनाती में फर्जी बायोडाटा के प्रयोग के आरोपों की जांच की मांग की है।
अभिताभ ठाकुर ने मंगलवार को प्रदेश के डीजीपी से इसकी लिखित शिकायत की। भेजी गई अपनी शिकायत में पूर्व आईपीएस ने कहा कि उन्हें प्राप्त कमिश्नरेट वाराणसी में नियुक्त अनुमोदित महिला उप निरीक्षक की उपयुक्त सूची में निकिता सिंह का पीएनओ नंबर 162623158 अंकित है। उनकी भर्ती 2016-17 की सीधी भर्ती बताई गई है और उनकी पूर्व नियुक्तियों में वर्ष 2017 से 2019 में सारनाथ, 2019 से 2021 तक में पुलिस लाइन, 2021 में 03 दिन के लिए पर्यटन थाना, 2021 में 06 माह के लिए फूलपुर, करीब 01 साल के लिए चौकी प्रभारी गोसाईपुर चोलापुर और फिर थाना चौबेपुर दर्शाया गया है।
इसके विपरीत उन्हें दी गई जानकारी के अनुसार निकिता सिंह 2022 में कुशीनगर से वाराणसी ट्रांसफर पर आई थीं जिसका यह अर्थ हुआ कि 2017 से 2022 की उनकी जो नियुक्तियां बताई गई हैं, वह प्रथम दृष्ट्या जांच का विषय है। अमिताभ ठाकुर ने कहा कि उन्होंने यूपी पुलिस की वेबसाइट पर निकिता सिंह नाम से सर्च किया तो सात नाम आए, जिनमें तीन उप निरीक्षक पद के नाम हैं। इनमें दो लोग पीटीएस मुरादाबाद और पीटीएस मेरठ में बताए गए हैं, जबकि तीसरी निकिता सिंह पुत्री स्वर्गीय मुरली धर सिंह नियुक्ति वर्ष 2016 जन्मतिथि 22 मार्च 1989 मूल निवासी बलिया की बताई गई हैं, जिनकी तैनाती जून 2016 से कुशीनगर में दर्शाई जा रही है। इनका पीएनओ नंबर 162623518 है जो पुलिस कमिश्नर के समक्ष प्रस्तुत सूची के पीएनओ नंबर 162623158 से मिलता जुलता है। इसके विपरित 162623158 पीएनओ नंबर पर कोई नाम उपलब्ध नहीं है। अमिताभ ठाकुर ने इन तथ्यों की अविलंब जांच की मांग की है।