बांदा जेल के बैरक संख्या 10/12 स्पेशल सेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की निगरानी बढ़ायी गयी। सीसीटीवी कैमरे की मदद से मुख्तार और उसके बैरक पर निगरानी की जा रही है। कैमरों से बैरक की गतिविधियों को लखनऊ में बैठे कारागार विभाग के अधिकारी देख रहे हैं।
पुलिस महानिदेशक कारागार एस.एन.साबत ने बताया कि उत्तर प्रदेश में जेल की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। जेल में बंद नामचीन अपराधियों, माफियाओं पर जेल प्रशासन की ओर से निगरानी रखी जाती है। मुख्तार अंसारी के बैरक पर भी नजर रखी जा रही है।
मुख्तार अंसारी के अधिवक्ता की ओर से एमपी एमएलए कोर्ट में मुख्तार की जान को खतरा बताया गया था। कोर्ट के निर्देश पर सुरक्षा इंतजामों पर कारागार विभाग अधिकारियों ने बांदा की जेल अधीक्षक, जेलर को आवश्यक दिशा निर्देश दिये थे।
सुरक्षा व्यसस्था में हुए बदलाव के बाद अब मुख्तार से मिलने वाले किसी अपरिचित चेहरे को रोका जाता है। परिवार का होने पर भी लम्बी पूछताछ की जा रही है। जो परिवार के लोग अक्सर जेल में आते जाते हैं, उन्हें तीन बार तलाशी से गुजरना पड़ रहा है।
उप्र पुलिस के कारागार विभाग के मुख्यालय में सीसीटीवी कैमरों से मुख्तार के हर क्रियाकलाप को देखा जा रहा है। कैमरे के लगने के बाद मुख्तार के सो कर उठने का समय, आराम करने का समय, दैनिक दिनचर्या का समय, वहां मिलने आने वाले का समय, जेल कर्मी से बातचीत की तस्वीरें सभी कुछ देखा जा रहा है।