नवजात बच्चे की मौत होने पर मेडिकल कॉलेज के पास परिजनों ने जमकर हंगामा काटा। प्रसूता और उसके नवजात बच्चे को महोबा से झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था। आरोप है कि रास्ते में 108 एंबुलेंस वालों ने नवजात बच्चे को लगी ऑक्सीजन निकाल दी और झांसी पहुंचने से पहले ही बच्चे की मौत हो गई। इससे गुस्साए परिजनों ने मेडिकल कॉलेज के गेट नंबर-2 पर एंबुलेंस को रोक लिया और मृत बच्चे को रखकर आगे लेट गए। विवाद बढ़ने पर पुलिस पहुंच गई और एंबुलेंस को चौकी ले गई। परिजन बिना शिकायत के ही शव लेकर चले गए।
भोजला निवासी प्रभा ने बताया कि वह अपने देवर व देवरानी के साथ महोबा में मजदूरी करती है। रविवार की देर रात उसकी देवरानी के बच्चा पैदा हुआ। बच्चे की तबीयत बिगड़ने पर उसे मेडिकल कॉलेज झांसी के लिए रेफर कर दिया गया। रास्ते में एंबुलेंस चालक ने उससे 05 हजार रुपये ले लिए और ऑक्सीजन मास्क भी निकाल दिया। जब वह झांसी पहुंची और उसने चिकित्सक को बच्चे को दिखाया तो चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस पर परिजनों ने हंगामा करते हुए सड़क जाम कर दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पीड़ित पक्ष से तहरीर देने को कहा। हालांकि कई घंटे तक चली गहमा गहमी के बाद पीड़ित पक्ष बच्चे के शव को लेकर चले गए। पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि एंबुलेंस चालक ने उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी है।