मलिहाबाद थाना क्षेत्र में सात सितम्बर को मिले वृद्ध के शव के मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। बड़े बेटे ने जमीन के लालच में अपने अन्य तीन साथियों के साथ मिलकर पिता की हत्या की थी। हत्या के मामले में फरार चल रहे चारों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस उपायुक्त नगर पश्चिमी राहुल राज ने शनिवार को प्रेसवार्ता कर बताया कि मलिहाबाद के वाजिदनगर निवासी विमल यादव ने एक तहरीर थाने में दर्ज करायी थी। इसमें उसने बताया कि उसके पिता सोहन यादव (60) की छह सितम्बर की दरम्यानी रात हत्या कर दी गई है। मामले को गंभीरता से लेकर जांच में सर्विलांस, क्राइम ब्रांच सहित कई टीमें लगाई गई।
पुलिस ने शनिवार को इस प्रकरण में दूसरे शहर भागने की फिराक में मधवापुर पुलिया पर खड़े विमल यादव उसके तीन दोस्त वाजिदनगर निवासी इंद्रजीत का बेटा अरुण रावत,रामस्वरूप का पुत्र अरुण रावत और अल्लूपुर निवासी सुमित गौतम को गिरफ्तार किया है।
पूछताछ में विमल ने अपना गुनाह स्वीकराते हुए बताया कि उसके पिता के नाम आठ बीघे की जमीन थी। उन्होंने दो-दो बीघे की जमीन मुझे और मेरे छोटे भाई पवन के नाम कर दिया था। विमल यह चाहता था कि सारी जमीन उसके नाम हो जाए, लेकिन पिता उसे संतुष्ट नहीं थे जिसको लेकर मनमुटाव था। सोहन लाल अपने छोटे बेटे पवन और उसकी बहू के साथ रहता है। वह धर्मकांटा बनवाने के लिए पिता के नाम की जमीन को भी अपने नाम करवाना चाहता था। पिता इस पर राजी नहीं थे और यह भी डर उसे सता रहा था कि बाकी की जमीन कही वो अपने छोटे बेटे पवन और उसकी संतान के नाम न कर दे। इसीलिए उसने अपने साथ रहने वाले दोस्तों को मिलाकर पिता की हत्या की योजना बना ली।
घटना की रात छह सितम्बर को जब पिता सोहनलाल खाना खाने के बाद हाते में सोने के लिए आये तो रस्सा मांगने के बहाने दरवाजा खुलवाया और पिता को पीछे से पकड़ लिया। चारों ने मिलकर गमछे से गला कसकर पिता की हत्या कर दी। शव को तख्त पर लिटाकर सभी अपने-अपने घर भाग गए। सात सितम्बर की सुबह जानकारी पर वह फौरन ही पिता के शव को अंतिम संस्कार करने की तैयारी में जुट गया। इसी दौरान किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। उसे डर था कि कही वो फंस न जाए इसलिए उसने पहले ही अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए चारों आरोपितों को जेल भेज दिया है।