मौजूदा समय में किसी भी बैंक में अकाउंट खुलवाना बहुत आसान हो गया है. इसलिए कई बार लोग ज्यादा जरूरी नहीं होने पर भी बैंक अकाउंट खुलवा लेते हैं. ऐसे में आजकल हर किसी के पास कई बैंकों में अकाउंट रहते हैं. कई लोगों अपने अलग-अलग बैंक अकाउंट को रेगुलर यूज़ भी करते हैं. वहीं कुछ लोग एकसाथ कई बैंक अकाउंट को मैनेज नहीं कर पाते हैं, जिससे उनके एक या दो अकाउंट ही हमेशा एक्टिव रह पाते हैं.
अगर आप अपने किसी बैंक अकाउंट में कुछ महीनों तक कोई लेनदेन नहीं करते हैं तो उसे इनएक्टिव घोषित कर दिया जाता है. वहीं दो साल तक कोई लेनदेन नहीं करने पर आपका अकाउंट बैंक खुद ही बंद कर देता है. यदि आपको किसी बैंक अकाउंट की जरूरत नहीं है तो आप खुद ही इसे बैंक में आवेदन करके बंद करवा सकते हैं. अगर आप इसे आगे भी यूज़ करते रहना चाहते हैं तो इसमें आपको रेगुलर लेनदेन जारी रखना होगा.
इनएक्टिव अकाउंट को कैसे चालू करें?
कई बार जब आप एक कंपनी छोड़कर दूसरी कंपनी में जॉइन कर लेते हैं तो आपका बैंक भी अक्सर बदल जाता है. इससे आपका पुराना बैंक अकाउंट लंबे समय तक लेनदेन नहीं करने की वजह से इनएक्टिव हो जाता है. इसे फिर से एक्टिव करने के लिए आपको बैंक जाकर केवाईसी प्रोसेस को दोबारा पूरा करना होगा. इसके बाद आपका बैंक अकाउंट फिर से चालू हो जाएगा और आगे लेनदेन के लिए आप इसे इस्तेमाल कर पाएंगे.
होम ब्रांच दूर होने पर क्या करें?
अगर आप अपने किसी बैंक अकाउंट में सिर्फ़ इसलिए लेनदेन नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि आपकी होम ब्रांच घर से बहुत दूर है तो आप इसे अपने घर के आसपास की किसी ब्रांच में अकाउंट ट्रांसफर करवा सकते हैं. इसके लिए आपको अपनी पिछली होम ब्रांच पर जाकर अकाउंट ट्रांसफर के लिए आवेदन करना होगा. इसके बाद आपका बैंक अकाउंट नजदीकी ब्रांच में ट्रांसफर कर दिया जाएगा और आप आसानी से लेनदेन चालू रख पाएंगे.
.