झूंसी थाना क्षेत्र के छतनाग रोड स्थित सरायतकी में एक महिला को उसके पति ने मायके में ही चाकू से वार कर मौत के घाट उतार दिया। पुलिस आरोपी पति को गिरफ्तार कर थाने लाई। पुलिस ने जब उससे पूछताछ की, तो उसने कहा कि मुझे अपनी पत्नी को मारने का कोई पछतावा नहीं है।
नीलम मिश्रा की शादी 13 साल पहले धरवाई के सिंगरामऊ निवासी आशीष मिश्र पुत्र देवनाथ मिश्र से हुई थी। उनके दो पुत्री और एक पुत्र भी हैं। मगर, छोटी-छोटी बात पर दोनों के बीच कलह होने लगी। मायके वालों ने बताया कि शादी के बाद से ही ससुराल वाले उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे थे। इसी कारण करीब डेढ़ साल तक नीलम मायके में रही। फिर काफी मान-मनौव्वल के बाद ससुराल वाले उसे विदा कराकर अपने साथ ले गए।
नीलम के बड़े भाई राजेंद्र के मुताबिक, 18 अगस्त को नीलम का देवर दीपक मिश्र मायके छोड़ गया था। 21 अगस्त को आशीष बाइक से ससुराल आया। उसने बताया कि वह नहाने चला गया। इसके कुछ देर बाद मुझे अपनी बहन के चीखने की आवाज सुनाई दी। मैं बाथरूम से निकला, तो देखा आशीष के हाथ में चाकू है और वह मेरी बहन पर हमले कर रहा है। इसके बाद मैंने हिम्मत कर आशीष को चाकू के साथ दबोच लिया। पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने आशीष को गिरफ्तार कर लिया। गंभीर रूप से घायल नीलम को स्वरूपरानी में भर्ती कराया गया। जहां बुधवार की दोपहर नीलम ने दम तोड़ दिया। आशीष ने नीलम पर कुल 16 वार किए थे।
झूंसी इंस्पेक्टर वैभव सिंह ने बताया कि पत्नी से अनबन होने की वजह से आशीष ने इस वारदात को अंजाम दिया है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया और विधिक कार्यवाही करते हुए आरोपी पति को जेल भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि जेल में बंद होने के बावजूद आशीष ठहाके लगाकर हंस रहा था।