मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया कि सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) पर तैनात चिकित्सक अपनी तैनाती स्थल पर ही रात्रि निवास करें. रात में सीएचसी-पीएचसी आने वाले मरीजों के इलाज में कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए. प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी चिकित्सकों की रात रुकने की मॉनिटरिंग कर शासन को रिपोर्ट भेजें. जनता के स्वास्थ्य की रक्षा सरकार की प्राथमिकता है और इसमें किसी भी तरह की दिलाई बरदाश्त नहीं होगी।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्यमंत्री ने कहा कि डेंगू, चिकनगुनिया आदि को लेकर सतर्कता और जागरूकता जरूरी है. संचारी रोगों को पनपने से रोकने के लिए आशा बहनों को लोगों को जागरूक करने की जरूरत है . बीमार होने की दशा में त्वरित स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं. मरीजों को अस्पताल लाने में सुगमता रहे. इसके लिए 102 व 108 एम्बुलेंस सेवाओं का भी पर्यवेक्षण होना चाहिए. मुख्यमंत्री ने वर्तमान में चल रहे टीबी व फाइलेरिया नियंत्रण अभियान की भी समीक्षा की और कहा कि जागरूकता बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जाए.