। पुलिस लाइन स्थित पुरानी बैरक का छज्जा ढहने से बैरक में सो रहा एक सिपाही मलबे में दबने से गंभीर रूप से घायल हो गया। अस्पताल में इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जेसीबी मशीन से मलबा को हटाया गया।
पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते पुलिस लाइन स्थित पुरानी बैरक का जर्जर छज्जा सोमवार की आधी रात दो बजे के करीब ढह गया। घटना के समय बैरक में और कितने पुलिसकर्मी थे, अभी इस बारे में पुलिस द्वारा किसी तरह की जानकारी नहीं दी गई। लेकिन कानपुर देहात निवासी सोने लाल यादव बैरक के मलबे में सोते समय दब गए। बैरक गिरने की जैसे ही जानकारी पुलिस महकमे को हुई वैसे ही हड़कंप मच गया। आसपास की पुलिस चौकियों व थाना से पुलिस फोर्स को बुलाया गया। चार जेसीबी मशीनों के जरिए आनन-फानन में बैरक का मलवा हटाकर उसमें दबे सिपाही को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने बताया कि सात और आठ अगस्त की दरमियानी रात को पुलिस लाइन में एक पुरानी बिल्डिंग का छज्जा टूट कर गिर गया दिया। हादसे में सिपाही सोने लाल की मौत हो गई है। घटना के संबंध में मृतक के परिजनों को जानकारी दे दी है।
उल्लेखनीय है कि पुलिस अधीक्षक ने बीते दिनों पुलिस लाइन का निरीक्षण किया और बैरक की जर्जर हालत को देखते हुए इसे ध्वस्त करने के आदेश दिए थे। यह भी कहा था कि इस बैरक में किसी भी पुलिसकर्मी को रहने न दिए जाए। बावजूद इसके आरआई ने पुलिस अधीक्षक के निर्देशों का ध्यान नहीं दिया।