मीरजापुर। जिलाधकारी ने गांव की समस्याओं को लेकर मजमा विधानसभा के विकासखंड ग्राम पंचायत में चौपाल का शुभारंभ करते हुए कहा कि गांव की समस्याओं को गांव में ही परवान चढ़ाए संबंधित अधिकारी। शासन की जन कल्याणकारी योजनाओं एवं विकास कार्यो की समीक्षा करते हुये ग्रामीणों से उसके बारे में एक-एक कर जानकारी प्राप्त की। जिस पर ग्रामीणों ने एक हैण्डपम्प खराब होने की शिकयत, दो महिलाओं द्वारा बताया गया कि विधवा पेंशन न मिलने की शिकायत पर जिलाधिकारी सम्बन्धित ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी समाज कल्याण, को कहा कि सम्बन्धित गांव के लेखपाल सहित, खण्ड विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि गांव में ही कैम्प लगाकर सरकारी योजनाओं से वंचित पात्र लाभार्थियों का आवेदन सत्यापन कर परवान चढाएं। यदि आनलाइन आवेदन करना हो तो मौके पर पात्र लोगों से आनलाइन आवेदन कराकर उन्हें योजनाओं से लाभान्वित करने की दिशा में कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होने ग्रामीण महिलाओं व नागरिको से कहा कि जिनके पास शौचालय नही है वे कैम्प अपना बैंक पासबुक, आधार कार्ड लेकर विभाग में संपर्क करें। तथा 60 वर्ष से अधिक आयु गरीब व्यक्ति जिन्हें वृद्धावस्था में पेंशन नही मिल रहा है वे आधार कार्ड, राशन कार्ड तथा आय प्रमाण पत्र लेकर इसी प्रकार विधना पेंशन हेतु आय प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, बैंक पास बुक की छायाप्रति तथा पति के मृत्यु प्रमाण पत्र लेकर इसी स्थान पर आये उन्हें योजना से लाभान्वित कराने के लिये आनलाइन आवेदन कराया जायेगा। लेखपाल को निर्देशित करते हुये कहा कि लगाये जाने वाले कैम्प में उपस्स्थित रहकर आय प्रमाण पत्र के लिये आवेदन कराये तथा उसे प्राथमिकता के आधार पर बनाकर सम्बन्धित को उपलब्ध करा दें। इसी प्रकार सहायक विकास अधिकारी पंचायत विधवा पेंशन हेतु मृत्यु प्रमाण पत्र मौके पर बनाना सुनिश्चित करें। ग्रामीणों के द्वारा चकरोड के कब्जा की शिकायत पर सम्बन्धित लेखपाल को निर्देशित किया गया कि गांव में अभियान चलाकर चकरोड से कब्जा हटवाते हुये खाली कराये तथा यह भी सुनिश्चित करे कि जिस सरकारी भूमि पर किसी के द्वारा अतिक्रमण किया गया हो उसे चिहिन्त करते हुये खाली करायें। आंगनबाड़ी की समीक्षा के दौरान महामलपुर की गर्भवती महिलाओं के द्वारा पोषण सामाग्री मिलने की बात कही गयी। जिलाधिकारी ने ग्राम पंचायत महामलपुर में बच्चों का अन्न प्राशन व गर्भवती महिलाओं की गोदभराई भी गयी। जिलाधिकारी द्वारा स्वंय सहायता समूह द्वारा लगाये गये स्टालों का भी निरीक्षण किया।ग्राम चौपाल में महामलपुर गांव के विकास के बारे में जानकारी देते हुये परियोजना निदेशक डी0आर0डी0ए ने जिलाधिकारी को बताया कि 6114 जन संख्या वाले इस गांव में 1415 अनुसूचित जन जाति समुदाय की जन संख्या हैं।ग्रामीणो का मुख्य व्यवसाय, कृषि, पशु पालन व मजदूरी हैं। ग्राम पंचायत में पेयजल हेतु 196 हैण्डपम्प हैं। ग्राम पंचायत में पंचायत भवन निर्मित हैं राशन की दुकानों से राशन नियमित रूप से मिलने की बात कही गयी। पात्र गृहस्थी के 1008, अन्त्योदय के 163 कार्ड बनाये गये हैं। जिलाधिकारी को बताया गया कि ग्राम के स्व0 अजायब सिंह पुत्र स्व0 राजनरायन सिंह महामलपुर(ठीकेदार का पुरा) स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे, जिन्होने ने 1942 के भारत छोड़ो आन्दोलन में सक्रिय भूमिका निभाई जिसके चलते ब्रिटिश सरकार द्वारा 06 माह कारागार एवं जुर्माना लगा था। स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत कुल निर्मित 101 शौचालय शत प्रतिशत पूर्ण हैं। प्रधानमंत्री आवास योजनान्तर्गत कुल 24 लाभार्थियों को लाभान्वित किया गया हैं सभी पूर्ण हैं। मुख्यमंत्री आवास वर्ष 2023-24 के अन्तर्गत 01 लाभार्थियो को लाभान्वित करते हुये शत प्रतिशत पूर्ण कराया जा चुका हैं। आजीविका मिशन के अन्तर्गत कुल स्वंय सहायता समूह का गठन कर उन्हें योजना से लाभान्वित किया जा रहा हैं। ग्राम पंचायत वृद्धावस्था के 264, निराश्रित महिला के 104 तथा 51 दिव्यांग पेंशनरों को लाभान्वित किया गया हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि सर्वे कराकर गांव में जन कल्याणकारी योजनाओं से जो भी लोग वंचित है और पात्र हो उन्हें आवेदन कराकर योजना का लाभ दिया जाय। जिलाधिकारी द्वारा चौपाल के बाद अमृत महामलपुर का उद्घाटन किया। अमृत सरोवर के परिसर में जिलाधिकारी द्वारा नीम का पौधरोपण भी किया गया। मुख्य विकास अधिकारी भी महामलपुर में वृक्षारोपण किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी, ब्लाक प्रमुख मझवा, परियोजना निदेशक डी0आर0डी0ए, जिला विकास अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।